रायपुर - छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय व पंचायत चुनाव 1 मार्च के पहले खत्म हो जायेंगे। ऐसा राज्य निर्वाचन आयुक्त ने संकेत दिये हैं। उन्होंने कहा है कि बोर्ड चुनाव 1 मार्च से शुरू हो रहे हैं, उससे पहले चुनाव खत्म हो जायें, इसकी कोशिश रहेगी। इससे पहले चुनाव आयोग की समीक्षा बैठक हुई। करीब दो घंटे तक चली मैराथन बैठक में सचिव, गृह सचिव, डीजीपी ,आईजी, एसपी, कलेक्टर कमिश्नर शामिल हुए।
 बैठक में वोटर लिस्ट का अंतिम प्रकाशन की समीक्षा की गई है। चुनाव कितने चरणों में कराया जाये, पुलिस फोर्स की दृष्टि से इस विषय पर जिलों से फीडबैक लिया गया। 1 मार्च से बोर्ड एग्जाम शुरू होने वाला है। आयोग का प्रयास रहेगा बोर्ड एग्जाम में किसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न ना हो। चुनाव आयुक्त ने कहा कि टीचर और छात्रों के लिए समय पर एग्जाम होना बहुत जरूरी है। चुनाव की तैयारी पूरी हो गयी है। हर पहलू की बैठक में समीक्षा कर ली गयी है।
वहीं दूसरी तरफ कुछ कांग्रेसी नेताओं ने चुनाव कराने  के समय को लेकर अपनी अलग प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहें है।  इस निर्णय को कांग्रेस ने उचित नहीं बताते हुए भाजपा सरकार पर हमला किया है। उन्होंने कहां कि मौजूदा सरकार की जो एक साल से गतिविधि चल रही है वह अनिश्चिता पर चल रही है और आनन-फानन में इनका निर्णय आ जाता है। चुनाव के लिए प्रचार प्रसार के लिए पर्याप्त समय मिलना चाहिए । अभी भी यह संदेह है कि इसी समयावधि में चुनाव करा पाएंगे। पूर्व में ही ज़ब निर्धारित था कि दिसम्बर में ही चुनाव होना है तो छः माह अध्यादेश लाने की क्या आवश्यकता थी। अब अगर चुनाव करा लेगे तो इससे बच्चों का कितना नुकसान होगा शिक्षक और पालक दोनों ही इससे प्रभावित होंगे, प्रचार के शोरगुल से, राजनैतिक हलचल से प्रभावित होंगे। ऐ जो चुनाव के आनन फानन निर्णय हो रहें है यह उचित नहीं  है।